Thursday 23 February 2012

सांसद बनने का उद्देश्य देशसेवा ?

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए मतदान का  पांचवां चरण आज सम्पन्न हो गया. मतदान का प्रतिशत ५९ रहा. मतदान का यह प्रतिशत मतदान में युवा वर्ग की  उत्साहित धमक को दर्शाता है. युवा वर्ग  यदि इसी तरह अपने सांसदों के चुनाव में रूचि लेता रहा तो इसके निश्चित ही दूरगामी परिणाम होंगें. मुझे तो लगता है युवावों के इस तरह चुनाव में रूचि लेने का ही नतीजा है कि राजनीतिक पार्टियाँ बौखला उठी हैं.केंद्रीय कोंग्रेसी मंत्री तो जैसे बदहवास हो गए हैं इस्पात मंत्री श्री प्रकाश जैसवाल ने तो हाथ से सत्ता खिसकते देख प्रदेश में राष्ट्रपति शासन तक लागू करने का संकेत दे दिया है.- गनीमत है कि चुनाव आयोग बहुत चौकस और सक्रिय है..
    सही तथ्य तो यह है कि अब सांसद बनने क़ी चाह  देश सेवा के लिए कत्तई नहीं दीखती. सांसद बनकर या तो धन कमाना या अपराध को छिपाना ही राजनीतिज्ञों का उद्देश्य हो गया  है. देखा यह जा रहा है क़ी सांसद बनते ही ये राजनीतिज्ञ रातों रात करोडपति हो जाते हैं. 
सांसद बनने का उद्देश्य देशसेवा ?

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